आओ मिलकर करें भारत माता को गुलामी की जंजीरों से स्वतंत्र कराने वाले अज्ञात सेनानियों का पुनः स्मरण। यह पहल विशेष रूप से देश के युवाओं को शामिल करने पर केंद्रित है, ताकि उन्हें देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले लोगों को प्रतिबिंबित करने और श्रद्धांजलि देने के लिए प्रेरित किया जा सके।